देश के करोड़ों किसानों को हर साल बड़ी उम्मीद से पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना की किस्त का इंतजार रहता है। वर्ष 2025 में भी यह इंतजार समाप्त होने जा रहा है, क्योंकि सरकार ने 20वीं किस्त का पैसा किसानों के बैंक खाते में भेजने की तैयारी पूरी कर ली है।
लगातार बढ़ती खेती की लागत, मौसम की मार और सीमित आमदनी ने किसानों के लिए यह योजना बेहद जरूरी बना दी है। सरकार के इस फैसले से छोटे और सीमांत किसानों को बड़ा सहारा मिलता है।
पिछली किस्तों की तरह इस बार भी किसान समय से पैसा मिलने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि यह राशि उनकी खेती की तैयारी, बीज, खाद-बीज और अन्य जरूरतों के लिए सीधा मदद करती है। किसानों को चिंता इसलिए भी है कि यदि किस्त में कोई देरी या दिक्कत आती है तो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर असर पड़ सकता है।
सरकार के अनुसार, जो किसान पात्र हैं और जिनका आवेदन या केवाईसी पूरी है, उन्हें 20वीं किस्त की रकम सीधा बैंक में ट्रांसफर की जाएगी।
PM Kisan 20th Installment 2025
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत हर पात्र किसान परिवार को साल में 6,000 रुपए तीन बराबर किस्तों में मिलते हैं। हर किस्त के रूप में 2,000 रुपए बैंक खाते में सीधे भेजे जाते हैं। अब 20वीं किस्त का पैसा जुलाई 2025 में किसानों को मिलने जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में एक सभा को संबोधित करने वाले हैं। इस दिन संभावना है कि वह किसानों को 20वीं किस्त का तोहफा देंगे। इसका मतलब है कि 18 जुलाई से किसानों के खातों में पैसे ट्रांसफर होना शुरू हो जायेंगे।
पिछली बार जून में ही पैसा आ गया था, मगर इस बार थोड़ी देरी हो रही थी, जिससे किसानों में बेचैनी थी। सरकार ने साफ किया है कि इस किस्त का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जिनका आवेदन सही है और सभी जरूरी प्रक्रिया पूरी है, खासकर ई-केवाईसी अपडेट अनिवार्य है। बिना पूरी ई-केवाईसी के खाते में पैसा नहीं मिलेगा।
इस बार किसे मिलेगा फायदा?
सरकार के नियम के अनुसार, पीएम किसान योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलता है जिन्होंने अपनी केवाईसी (e-KYC) समय रहते पूरी कर ली है। पिछले कुछ किस्तों में बहुत से किसानों को इसलिए पैसा नहीं मिल पाया क्योंकि उनका केवाईसी अधूरा रह गया या दस्तावेज़ों में कोई त्रुटि थी।
सरकार ने अब प्रक्रिया सख्त कर दी है और चेतावनी दी है कि जिनका केवाईसी नहीं है, उनको किस्त नहीं मिलेगी।
e-KYC की प्रक्रिया काफी आसान बनाई गई है। किसान दो तरह से अपना e-KYC कर सकते हैं:
- ऑनलाइन पोर्टल पर OTP के माध्यम से (अगर आधार से मोबाइल नंबर लिंक है)
- नजदीकी CSC केंद्र या सेवा केंद्र पर जाकर बायोमेट्रिक के ज़रिए
यह प्रक्रिया पूरी किए बिना अगली किस्त नहीं मिल पाएगी।
पैसे पाने की स्थिति कैसे देखें?
किसान यह जानना चाहते हैं कि उनका नाम लाभार्थी सूची में है या नहीं और पैसे कब ट्रांसफर होंगे। इसके लिए किसान “लाभार्थी स्थिति” या “Beneficiary Status” पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं। यहां आधार नंबर, मोबाइल नंबर या बैंक खाते की डिटेल डालकर स्थिति देखी जा सकती है।
साथ ही, अगर कोई जानकारी गलत या अधूरी है तो उसे सही करवाना बहुत जरूरी है, ताकि किस्त अटक न जाये।
कौन किसान ले सकते हैं लाभ?
- जिसके पास खेती की भूमि है और वह भारत का नागरिक है
- सभी जरूरी दस्तावेज (आधार, बैंक खाता, भूमि पट्टा आदि) पूरे हैं
- किसान ने सरकार की शर्तों, नियमों तथा e-KYC प्रक्रिया का पालन किया है
- जिनके नाम भूमि है, वही योजना में रजिस्टर्ड हो सकते हैं
योजना का उद्देश्य और लाभ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को सीधी आर्थिक सहायता पहुंचाना है, जिससे उनकी खेती से जुड़े खर्च आसानी से पूरे हो सकें। योजना में तीन किस्तों की राशि साल में दी जाती है और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और डिजिटल है।
कोई बिचौलिया नहीं, पैसा सीधे सरकारी खाते से किसानों के बैंक खाते में जाता है, जिससे भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं रहती। किसान योजना की सारी शर्तें और प्रक्रिया फॉलो करते हैं तो उन्हें हर बार 2,000 रुपये की किस्त समय से मिलती है। यह स्कीम लगभग 11 करोड़ किसानों को फायदा पहुँचा चुकी है और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही है।
निष्कर्ष
पीएम किसान की 20वीं किस्त का पैसा सरकार जुलाई 2025 में सीधा किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर करना शुरू करने जा रही है। पात्र किसान अपना e-KYC फौरन पूरा कर लें ताकि उन्हें समय पर किस्त का फायदा मिल सके। यह योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों के लिए बड़ा सहारा और आर्थिक सुरक्षा की गारंटी है।
जो किसान अभी लाभ नहीं ले पा रहे हैं, वे जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया पूरी कर जल्द से जल्द योजना का लाभ उठाएँ।