Gold Price Today: शादी वालों के लिए खुशखबरी, सोना हुआ सस्ता – चांदी के रेट भी गिरे

Published On: August 14, 2025
Gold silver rates

सोना और चांदी भारतीय बाजारों में सदियों से एक महत्वपूर्ण निवेश और आभूषण की धातु के रूप में प्रतिष्ठित रही हैं। हाल ही में, सोना चांदी की कीमतों में अचानक और बड़ी गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों और खरीददारों में खासा हलचल मची है। इस लेख में हम आज के सोना चांदी के रेट, उनकी गिरावट के कारण, और इस गिरावट से सरकार या अन्य संगठनों द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में सरल और स्पष्ट भाषा में जानेंगे।

आज के समय में सोने और चांदी का बाजार काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। पिछली कुछ दिनों में वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण में बदलाव, म्यूचुअल फंड और भारतीय रुपये की मजबूती, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में धातुओं की मांग में कमी के कारण सोना और चांदी के भाव में भारी गिरावट आई है। खासकर दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, जयपुर जैसे प्रमुख शहरों में सोना 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर चुका है, वहीं चांदी की कीमत में प्रति किलोग्राम 2,000 रुपये से ज्यादा की कमी देखी गई है। ऐसे में निवेशकों की चिंता बढ़ी है और नए खरीदारों के लिए यह समय सोना चांदी खरीदने का फायदेमंद मौका माना जा रहा है।

Gold Price Today

13 अगस्त 2025 को भारत के प्रमुख बाजारों में 24 कैरेट सोने का दाम लगभग ₹1,01,540 प्रति दस ग्राम रहा, जबकि 22 कैरेट सोना ₹93,090 प्रति ग्राम की दर से उपलब्ध था। चांदी की बात करें तो दिल्ली में 1 किलो चांदी की कीमत ₹1,14,900 के करीब है, जो कि पहले के मुकाबले करीब ₹1,000 की गिरावट दर्शाता है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी सोने का भाव ₹1,01,583 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था, जो पिछले दिनों से लगभग ₹880 की कमी है। इसी तरह, चांदी के दाम भी पूरे देश में गिरावट की कड़ियों में बने हुए हैं।

यह गिरावट कई कारणों से हुई है, जिनमें सबसे प्रमुख अमेरिकी डॉलर के सुदृढ़ीकरण, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग में कमी प्रमुख हैं। इसके अलावा, निवेशक बांड और स्टॉक्स की ओर भी आकर्षित हो रहे हैं, जिससे सोने-चांदी जैसे धातुओं की मांग पर असर पड़ा है। इस स्थिति ने घरेलू बाजार में कीमतों को तेजी से नीचे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सरकार और अन्य संगठन द्वारा उठाए गए कदम

सरकार और अन्य वित्तीय संस्थाएँ इस क्रमिक गिरावट के बीच निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करने और बाजार को स्थिर करने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। प्रमुख रूप से भारत सरकार ने गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) पेश की है, जिसमें लोग शारीरिक सोना खरीदने के बजाय सरकार के बॉन्ड खरीद सकते हैं। इस योजना में निवेशकों को सोने की कीमत पर ब्याज भी मिलता है और सोना सुरक्षित रूप में उनके पास रहता है।

इसके अलावा, सरकार ने आभूषणों पर जीएसटी को नियंत्रित किया है, जिससे खरीदारी में पारदर्शिता और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। मुद्रा स्फीति और आर्थिक बदलावों के बीच, यह प्रयास है कि निवेशकों को बचत और निवेश के बेहतर विकल्प मिलें। कुछ बैंक और वित्तीय संस्थान भी सोने-चांदी की खरीद-फरोख्त के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को बढ़ावा दे रहे हैं, ताकि नुकसान की संभावना कम हो और बाजार में ट्रांजैक्शन सुरक्षित रहें।

सरकार के इन कदमों का उद्देश्य केवल बाजार को स्थिर करना ही नहीं, बल्कि आम जनता को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर निवेश के बेहतर अवसर देना भी है। सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए अलार्म तो है, लेकिन यह सोचने का भी मौका है कि सुरक्षित और समझदारी से निवेश कर कैसे आर्थिक लाभ उठाया जा सकता है।

निष्कर्ष

सोना चांदी की कीमतों में आई यह बड़ी गिरावट निवेशकों के लिए एक चुनौती के साथ-साथ अवसर भी है। वर्तमान बाजार में सतर्कता और सही जानकारी के साथ निवेश करना ही सफलता की कुंजी है। सरकार की योजनाएं और नीतियां इस दिशा में महत्वपूर्ण सहारा बन रही हैं, जिससे निवेशक सुरक्षित महसूस कर सकें। भविष्य में आर्थिक संकेतकों पर नज़र रखकर ही सोने-चांदी में निवेश करना लाभदायक रहेगा।

Leave a comment

Join Whatsapp