देश के गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा एक बड़ी चिंता होती थी, लेकिन आयुष्मान भारत योजना ने इसमें राहत और भरोसा दिया है। सरकार ने हाल ही में आयुष्मान कार्ड की नई सूची जारी कर दी है, जिससे करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।
यह योजना ऐसे समय में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब इलाज की लागत लगातार बढ़ रही है और आय का साधन सीमित है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, यानी PM-JAY, का मुख्य उद्देश्य देशभर के गरीब, वंचित, श्रमिक व भूमिहीन परिवारों को मुफ्त, कैशलेस और बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत हर पात्र परिवार के सदस्यों को सालाना पाँच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलता है। नई लिस्ट के आने से उन लोगों को विशेष तौर पर फायदा हुआ है जो अब तक योजना से बाहर थे या आवेदन की प्रक्रिया में अटके हुए थे.
इस बार सरकार ने लिस्ट को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया है, जिससे हर पात्र नागरिक को योजना का लाभ मिल सके। अब लाभार्थी अपने मोबाइल या CSC सेंटर के माध्यम से आसानी से जान सकते हैं कि उनका नाम इस लिस्ट में है या नहीं।
Ayushman Card List 2025
आयुष्मान भारत योजना, जिसे PM-JAY के नाम से भी जाना जाता है, साल 2018 से देशभर में लागू है। इसका लक्ष्य उन सभी परिवारों तक स्वास्थ्य सेवा पहुँचाना है, जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है या जो सामाजिक-आर्थिक जनगणना 2011 के पात्र मानदंडों में आते हैं।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां उम्र, परिवार के सदस्यों की संख्या या बीमारी के प्रकार पर कोई बंदिश नहीं है। सरकार इस योजना के तहत पात्र परिवारों को एक डिजिटल आयुष्मान कार्ड जारी करती है, जिससे वे देश के किसी भी सूचीबद्ध सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में 5 लाख रुपए तक फ्री इलाज करवा सकते हैं.
इसमें सर्जरी, दवाइयाँ, ICU, डायग्नोस्टिक टेस्ट, पोस्ट-हॉस्पिटल खर्च और ट्रांसपोर्ट जैसी सभी सेवाएं शामिल हैं योजना पूरी तरह कैशलेस व पेपरलेस है यानी अस्पताल में भर्ती होने से पहले कोई रकम जमा नहीं करनी पड़ती। इलाज का बिल सीधे सरकार या संबंधित विभाग अस्पताल को देती है।
कौन कर सकता है आवेदन और कैसे चेक करें नाम?
आयुष्मान कार्ड की लाभार्थी सूची मुख्यत: SECC 2011 डाटाबेस आधारित है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के भूमिहीन, अनुसूचित जाति/जनजाति, महिला मुखिया, विकलांग, बेघर, और शहरी क्षेत्र के श्रमिक व गरीब परिवार शामिल किए गए हैं। राज्य सरकारें अपने-अपने नियम व जरूरत के हिसाब से भी लाभार्थियों की सूची अपडेट करती हैं.
लिस्ट में नाम देखने के लिए आपको आधार कार्ड, राशन कार्ड, परिवार का नाम, जिला व गांव की जानकारी, या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जरूरत होगी।
ऑनलाइन पोर्टल या कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर ये विवरण भरें, तो आपके परिवार के सभी सदस्यों की स्थिति पता चल जाएगी। अगर नाम लिस्ट में है, तो आप आयुष्मान कार्ड बनवाने का अधिकार रखते हैं।
आवेदन की प्रक्रिया और जरूरी दस्तावेज
आयुष्मान कार्ड पाने के लिए सबसे पहले अपनी पात्रता जांचें। पात्रता होने पर आवेदन करते समय निम्न डॉक्युमेंट जरूरी रहते हैं–
- आधार कार्ड व राशन कार्ड
- परिवार पहचान पत्र या PM-JAY ID
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (सिफारिश अनुसार)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
आवेदन पूरा होने के बाद सत्यापन और अप्रूवल के बाद डिजिटल या फिजिकल कार्ड जारी कर दिया जाता है।
योजना के मुख्य लाभ
- वर्ष भर में हर परिवार को 5 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज मिलता है.
- इलाज के दौरान पूरे देश में कहीं भी कैशलेस और पेपरलेस सुविधा.
- किसी भी सूचीबद्ध सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में इलाज प्राप्त किया जा सकता है।
- उम्र, परिवार के सदस्यों या बीमारियों की कोई सीमा नहीं।
- पहले से चल रही बीमारियाँ भी योजना में शामिल होती हैं।
- इलाज के सभी खर्च सरकार द्वारा सीधे अस्पताल को दिए जाते हैं।
योजना में नाम नहीं है तो क्या करें?
अगर आपका नाम आयुष्मान कार्ड लाभार्थी लिस्ट में नहीं आता, लेकिन आर्थिक और सामाजिक मानदंडों में फिट बैठते हैं, तो राज्य या स्वास्थ्य विभाग के समय-समय पर चलने वाले पंजीकरण अभियान में आवेदन कर सकते हैं।
फॉर्म व सभी जरूरी दस्तावेज देकर सर्वे टीम द्वारा सत्यापन की प्रक्रिया के बाद आपको भी सूची में शामिल किया जा सकता है.
निष्कर्ष
आयुष्मान कार्ड की नई लिस्ट के जारी होने से करोड़ों गरीब व जरूरतमंद परिवारों को स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत कवच मिला है। पात्र लोग अपना नाम अवश्य जांचें और दस्तावेज पूरे करके कार्ड बनवाएँ। इस योजना के जरिए न सिर्फ इलाज की चिंता दूर होती है, बल्कि आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है।
सरकार की यह पहल देश में स्वास्थ्य सेवाओं को सबके लिए सुलभ बनाने की दिशा में बड़ा कदम है.