आज के समय में नौकरी और स्वरोजगार हासिल करना अधिकतर युवाओं की पहली जरूरत बन चुका है। पढ़ाई पूरी करने के बाद भी, बहुत से छात्र या तो मुकम्मल जॉब नहीं पाते या अपने मनपसंद क्षेत्र में काम का मौका नहीं मिल पाता।
इसी स्थिति को समझते हुए सरकार ने युवाओं के लिए एक खास स्कीम लागू की है – प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY)। इस योजना के तहत युवा मुफ्त में प्रशिक्षण लेकर हर महीने ₹8,000 तक की आमदनी हासिल कर सकते हैं और रोजगार के लिए तैयार हो सकते हैं।
यह योजना खास उन्हीं युवाओं के लिए बनाई गई है, जो या तो बेरोजगार हैं, या स्कूली/कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ चुके हैं। सरकार का फोकस है कि देश के हर युवा को उसकी रुचि और योग्यता के हिसाब से ट्रेनिंग मिले, ताकि वह कुशल बनकर किसी संस्थान में नौकरी कर सके या खुद का कारोबार शुरू कर सके।
PMKVY के जरिए लाखों युवाओं ने रोजगार पाया है, और यह पहल देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बना रही है।
स्किल डेवलपमेंट की अहमियत अब हर परिवार समझने लगा है। अच्छा स्किल, सही प्रशिक्षण और सरकारी सहयोग मिलने पर युवा बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं। PMKVY युवाओं का हौंसला बढ़ाती है और उन्हें उनकी क्षमता के अनुरूप सफलता की राह दिखाती है।
PM Kaushal Vikas Yojana 2025
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, भारत सरकार की प्रमुख स्किल डेवलपमेंट स्कीम है। इसका मकसद है देश के युवाओं को उनकी रुचि और जरूरत के हिसाब से इंडस्ट्री-रेलेवेंट ट्रेनिंग देना, ताकि वे रोजगार के लायक बन सकें। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को मुफ्त प्रशिक्षण, स्किल सर्टिफिकेट और कुछ स्थितियों में रूपये 8,000 तक की मदद राशि मिलती है।
सरकार ने 15 जुलाई 2015 को इस योजना को शुरू किया था। अब योजना का चौथा चरण (PMKVY 4.0) चल रहा है, जिसमें हजारों ट्रेनिंग सेंटर, सैकड़ों कोर्स और इंडस्ट्री की जरूरत के हिसाब से नए जमाने की तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाती है। ये ट्रेनिंग कोर्स कंप्यूटर, आईटी, स्वास्थ्य, ट्रैडिशनल ट्रेड्स, हस्त-कला, टेक्निकल, एंटरप्रेन्योरशिप जैसे कई क्षेत्रों में उपलब्ध हैं।
इस योजना के तहत स्कूल या कॉलेज ड्रॉपआउट, बेरोजगार, ग्रामीण या शहरी—कोई भी 15 से 45 वर्ष का भारतीय नागरिक आवेदन कर सकता है। ट्रेनिंग पास करने के बाद युवाओं को सर्टिफिकेट मिलता है, जो रोजगार पाने में आसान बनाता है।
स्कीम का लाभ – नौकरी, सैलरी और आत्मनिर्भरता
PMKVY के तहत प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को इंडस्ट्री में काम करने लायक बनाया जाता है। ट्रेनिंग पूरी करने पर, उन्हें हर महीने औसत ₹8,000 तक वेतन वाली नौकरी मिलना संभव हो जाता है। कुछ को रोजगार के तुरंत बाद ही ₹8,000 या उससे अधिक आमदनी होने लगती है, जो उनके परिवार और खुद के लिए बहुत मददगार है।
इस स्कीम में खास तौर पर Placement Assistance दी जाती है। यानी, ट्रेनिंग के बाद युवाओं को जॉब फेयर (रोजगार मेला), ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स और इंडस्ट्री पार्टनर्स के सहयोग से सीधा नौकरी दिलाने की कोशिश की जाती है। कई लोग ट्रेनिंग के बाद अपना छोटा कारोबार भी शुरू कर लेते हैं।
सरकार के दावे के मुताबिक, प्रमाणित युवा अन्य लोगों की तुलना में 15-19% ज्यादा आमदनी कमा रहे हैं। इस स्कीम से अब तक करोड़ों युवाओं को सीधा फायदा मिला है।
PMKVY के अहम फीचर
यह योजना मुख्यतः चार हिस्सों में बंटी है – शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग, रिकग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (RPL), स्पेशल प्रोजेक्ट्स और कौशल व रोज़गार मेला।
शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग में पढ़ाई बीच में छोड़ चुके और बेरोजगारों को ट्रेनिंग मिलती है। यदि किसी के पास पहले से कोई स्किल है, तो उसे RPL के तहत सर्टिफिकेट देने का प्रावधान है। हर छह महीने में कौशल और रोजगार मेला लगाया जाता है, ताकि युवाओं को बेहतर प्लेसमेंट मिल सके।
महिलाओं और कमजोर वर्गों के लिए भी विशेष सुविधा दी जाती है, जैसे पोस्ट प्लेसमेंट सपोर्ट और यात्रा भत्ता जैसी मदद।
आवेदन की प्रक्रिया
PMKVY के तहत आवेदन करने के लिए सबसे पहले नजदीकी ट्रेनिंग सेंटर या सरकारी रोजगार कार्यालय में जाना चाहिए। वहां फॉर्म भरकर अपनी उम्र, शिक्षण योग्यता, पहचान पत्र और जरुरी दस्तावेज जमा करने होते हैं।
ट्रेनिंग सेंटर में टेस्ट और काउंसलिंग के बाद आपकी रुचि और योग्यता के अनुसार कोर्स चुना जाता है। ट्रेनिंग में कोई फीस नहीं लगती, और सफल ट्रेनिंग के बाद मिलता है सर्टिफिकेट। इस सर्टिफिकेट की वजह से प्रायवेट और सरकारी संस्थानों में नौकरी का मौका बढ़ जाता है।
नए कौशल विकास कोर्स और भविष्य का मौका
यह योजना अब नए जमाने के कोर्सेज—जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग, रोबोटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी आदि—उपलब्ध करा रही है। इसका मकसद है कि भारत का युवा सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में काम के लिए तैयार हो।
सरकार, उद्योग जगत के साथ मिलकर युवाओं को नए जमाने की मांग पर आधारित स्किल देने में लगातार जुटी हुई है। इसी वजह से लाखों युवा PMKVY के जरिए रोजगार पाने के बाद आत्मनिर्भर बने हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं के लिए सुनहरा अवसर है। मुफ्त स्किल ट्रेनिंग और रोजगार दिलाने वाली यह स्कीम आज देश की प्रगति का आधार बन चुकी है। इस योजना से जुड़कर हर युवा ₹8,000 या उससे अधिक की आमदनी के साथ आत्मनिर्भर भविष्य बना सकता है। PMKVY, स्किल के दम पर जिंदगी बदलने का सपनों वाला मंच है।