देश के लाखों छात्रों के लिए आगे की पढ़ाई में आर्थिक सहायता मिलना बड़ा सपना होता है। खासकर उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में, जहां कई होनहार विद्यार्थी संसाधनों के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। अब इन्हीं छात्रों के सपनों को पंख देने के लिए पीएम एमएसपी (Prime Minister’s Scholarship) स्कॉलरशिप योजना एक नई उम्मीद लेकर आई है।
इस योजना के तहत यूपी के 12वीं पास छात्र-छात्राओं को उनकी पढ़ाई के लिए हर साल 12,000 से लेकर 20,000 रुपए या उससे अधिक तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इससे कमजोर आर्थिक परिवार के बच्चों को प्रोफेशनल या तकनीकी कोर्सेज करने में मदद मिलेगी।
सरकार चाहती है कि हर जरूरतमंद बच्चे तक यह राहत पहुंचे ताकि शिक्षा के कारण कोई पिछड़ न जाए। डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के दौर में इस स्कॉलरशिप का लाभ पश्चिमी और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों तक भी पहुंच रहा है। यूपी में इसका रजिस्ट्रेशन आसान किया गया है और प्रॉसेस को पारदर्शी बनाया गया है।
PM MSP Scholarship 2025
PM MSP (Prime Minister’s Scholarship Scheme) स्कॉलरशिप योजना, भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण स्कीम है, जिसका उद्देश्य 12वीं के बाद उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता देना है। यह योजना मुख्यतः पूर्व सैनिकों, सुरक्षा बलों, पुलिस या शहीदों के बच्चों और कुछ सामान्य आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों को केंद्रित करती है।
इस स्कीम के तहत छात्रों को प्रति वर्ष ₹12,000 से लेकर ₹36,000 तक की राशि दी जाती है, जो कोर्स के अनुसार बदलती है। अधिकतर मामलों में यह राशि 12वीं के बाद प्रोफेशनल या टेक्निकल कोर्स (जैसे- इंजीनियरिंग, मेडिकल, फार्मेसी, मैनेजमेंट आदि) में पढ़ने वाले बच्चों को दी जाती है।
छात्रों को यह छात्रवृत्ति सीधा उनके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। इससे वह अपनी पढ़ाई से संबंधित फीस, किताबें और दूसरे खर्चों को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
योजना के तहत मिलने वाली राशि
- योजना के अंतर्गत लड़कों को ₹2,500 प्रति माह (₹30,000 सालाना) और लड़कियों को ₹3,000 प्रति माह (₹36,000 सालाना) की स्कॉलरशिप दी जाती है।
- कुछ कोर्सेज के लिए यह राशि साल में ₹12,000 से लेकर ₹20,000 तक हो सकती है।
- छात्रों को यह सहायता कोर्स की अवधि (ज्यादातर 1 से 5 वर्ष) तक दी जाती है, लेकिन हर वर्ष नवीनीकरण जरूरी होता है।
कौन छात्र आवेदन कर सकते हैं?
- अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हों।
- 12वीं, डिप्लोमा या ग्रेजुएशन में कम-से-कम 60% अंक होना चाहिए।
- केवल प्रोफेशनल या टेक्निकल कोर्स (जैसे-B.E., B.Tech., MBBS, B.Ed., BBA, BCA, नर्सिंग, डिप्लोमा, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट आदि) में एडमिशन होना जरूरी है।
- बच्चे पूर्व सैनिक, पुलिस विभाग या सुरक्षा बल के, या सामान्य गरीब परिवारों के हों तो पात्रता बढ़ जाती है।
- परिवार की वार्षिक आय (आम तौर पर) 2 लाख से 3 लाख रुपए के भीतर होनी चाहिए (अलग-अलग श्रेणियों के लिए मानदंड अलग हो सकते हैं)।
- अन्य राज्यों के लिए भी यह योजना उपलब्ध है, लेकिन यूपी में आवेदन के लिए राज्य का निवास प्रमाण पत्र जरूरी है।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट
- पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक (छात्र के नाम), आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)
- कोर्स में एडमिशन का सर्टिफिकेट/प्रूफ, खासकर प्रोफेशनल/टेक्निकल कोर्स का
आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले यूपी स्कॉलरशिप पोर्टल scholarship.up.gov.in या KSB की वेबसाइट पर जाएं।
- “नया पंजीकरण” ऑप्शन चुनें, ओटीआर रजिस्ट्रेशन करें, फिर अपनी डिटेल्स, मोबाइल नंबर, आधार नंबर भरें।
- आवेदन फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद आवेदन संख्या नोट कर लें।
- सफल सबमिशन के बाद प्रिंट निकालकर कॉलेज/संस्थान में भी जमा कर दें।
- चयन मेरिट एवं पात्रता के आधार पर होगा और राशि DBT के जरिए ट्रांसफर की जाएगी।
चयन प्रक्रिया
आवेदन के बाद सभी दस्तावेजों की जांच होती है। पात्रता और मेरिट के अनुसार लाभार्थी चयनित किए जाते हैं। लिस्ट जारी होते ही छात्रों को SMS/ईमेल से सूचना मिलती है और बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर दिया जाता है।
निष्कर्ष
पीएम एमएसपी स्कॉलरशिप योजना यूपी के होनहार छात्रों को उच्च शिक्षा का सुनहरा अवसर देती है। योग्य विद्यार्थियों को इसमें रजिस्ट्रेशन कर जरूर लाभ उठाना चाहिए। सरकार का उद्देश्य है कि हर जरूरतमंद विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा की दौड़ में पीछे न रहे और देश का भविष्य उज्ज्वल बने।