एसबीआई पीपीएफ योजना, जिसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भी कहा जाता है, निवेशकों के लिए भारत सरकार द्वारा समर्थित एक बेहतरीन और लोकप्रिय बचत योजना है। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो अपनी जमा राशि पर सुरक्षित, गारंटीड और टैक्स फ्री रिटर्न चाहते हैं। पीपीएफ योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें जमा राशि और अर्जित ब्याज दोनों पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं और टैक्स में भी छूट मिलती है।
पीपीएफ खाता खोलने के लिए हर व्यक्ति योग्य है, चाहे वह सरकारी कर्मचारी हो, प्राइवेट कर्मचारी, दुकानदार, किसान या फिर गृहिणी। इसमें कोई एज लिमिट नहीं है और माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों के नाम से भी पीपीएफ खाता खोल सकते हैं। इसमें एक व्यक्ति केवल एक ही खाता खुलवा सकता है। यह योजना उन लोगों को भी आकर्षित करती है, जो लंबे समय के लिए निवेश कर भविष्य के लिए मजबूत बचत चाहते हैं।
PPF
पीपीएफ खाते की न्यूनतम अवधि 15 साल होती है। इस अवधि के खत्म होने पर इच्छुक निवेशक इसे 5-5 साल की अवधि में बार-बार बढ़ा सकते हैं। इस दौरान हर साल न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा किया जा सकता है। एक साल में 12 बार से अधिक जमा नहीं कर सकते, लेकिन चाहे तो एक साथ एकमुश्त राशि भी जमा कर सकते हैं।
वर्तमान में पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1% प्रतिवर्ष है, जिसकी घोषणा भारत सरकार हर तिमाही करती है। यह ब्याज हर महीने की 5 तारीख के बाद और महीने के आखिरी दिन तक खाते में उपलब्ध न्यूनतम बैलेंस पर गणना होती है और पूरे साल का ब्याज वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जुड़ जाता है। ब्याज पूरी तरह टैक्स फ्री होता है, जो इसे अन्य निवेश योजनाओं से ज्यादा आकर्षक बनाता है।
₹50,000 सालाना जमा कर 15 साल में कितना मिलेगा?
यदि कोई व्यक्ति हर साल अपने एसबीआई पीपीएफ खाते में ₹50,000 जमा करता है, तो 15 साल बाद उसे कुल ₹13.56 लाख तक मिल सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी जमा राशि पर हर साल 7.1% कंपाउंडिंग (यानी चक्रवृद्धि) ब्याज जुड़ता है। 15 साल बाद आपकी कुल जमा राशि ₹7.5 लाख होगी (₹50,000 x 15 साल) और ब्याज मिलाकर कुल राशि लगभग ₹13,56,000 हो जाती है। यहां पूरा कैलकुलेशन इस चक्रवृद्धि ब्याज के हिसाब से होता है।
योजना के अन्य लाभ
पीपीएफ खाते में जमा की गई राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम, तीनों पर ही कोई टैक्स नहीं लगता। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत सालाना ₹1.5 लाख तक की धनराशि पर आप टैक्स में छूट ले सकते हैं। खाते की अवधि पूरी होने के बाद उसे 5-5 साल के ब्लॉक में जितनी बार चाहें, बढ़ा सकते हैं। अगर जरूरत हो तो तीसरे साल के बाद अपने खाते के बैलेंस पर लोन भी ले सकते हैं।
यदि किसी वजह से जमा करने में असमर्थ रहें तो खाते को एक्टिव रखने के लिए सिर्फ ₹500 सालाना जमा करना जरूरी है। समय से पहले कुछ विशेष परिस्थितियों जैसे गंभीर बीमारी, शिक्षा आदि में आंशिक निकासी की सुविधा भी दी जाती है, लेकिन आमतौर पर पैसा 15 साल पूरा होने पर ही निकाला जा सकता है।
एसबीआई पीपीएफ खाता कैसे खोलें?
- आपका एसबीआई में सेविंग अकाउंट होना चाहिए।
- योनो ऐप या एसबीआई के ब्रांच में जाकर फॉर्म भर सकते हैं।
- आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो लगते हैं।
- न्यूनतम ₹500 से शुरुआत कर सकते हैं।
निष्कर्ष
एसबीआई पीपीएफ योजना एक सुरक्षित, गारंटीड और टैक्स फ्री रिटर्न वाली बचत योजना है। यह उन लोगों के लिए आदर्श है, जो disciplined savings और अपने भविष्य के लिए मजबूत आर्थिक आधार चाहते हैं। हर साल केवल ₹50,000 नियमित रूप से जमा कर, आप 15 साल में ₹13.56 लाख की बड़ी राशि सुरक्षित तरीके से जमा कर सकते हैं।